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1960 - जन्म का दशक |
- आई आई एम-ए ज्ञान,तकनीक,उपकरण और अवधारणाओं को प्राप्त करने से ऊपर उठा जिसका अपने आप में कोई अंत नहीं हैं |
- प्रबंधन में उत्कृष्टता प्राप्त करते समय सामाजिक उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करना |
- शिक्षण,अनुसंधान और परामर्श जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों को एकीकृत करना |
- 3 टायर प्रबंधन विकास कार्यक्रम की शुरूआत |
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1970 - विकास का दशक
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- संस्थान को व्यापक पहचान मिलना |
- सभी गतिविधियों में वृद्धि |
- संकाय क्षमता 65 हुई |
- स्नातकोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभागियों की संख्या में वृद्धि |
- स्नातकोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभागियों की संख्या में वृद्धि |
- नए प्रबंधन विकास कार्यक्रमों की शुरूआत |
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1980 - परिवर्तन का दशक |
- संस्थान को देश भर में प्रमुख प्रबंधन स्कूल के रूप में पहचान प्राप्त हई और अपनी सीमाएँ एवं पहुंच बढ़ाई |
- कम प्रबंधित क्षेत्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित करना |
- तीन नए समूहों की स्थापना: औद्योगिक नीति प्रबंधन समूह, अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन समूह एवं उद्यमिता समूह |
- संकाय विकास कार्यक्रम का परिचय |
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1990 - एकीकरण का दशक |
- संस्थान द्वारा पिछले दशकों की पर्याप्त वृद्धि पर ध्यान देना और अपनी गतिविधियों एवं स्थिति को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित करना |
- पूरे परिसर में इंट्रानेट और इंटरनेट की लीज लाइन के साथ संस्थान की आईटी अवसंरचना में वृद्धि |
-एशिया प्रशांत क्षेत्र की पाँच शीर्ष व्यावसायिक स्कूलों के रूप में मान्यता प्राप्त होना |
- विदेश की सम्मानित बिजनेस स्कूलों के साथ छात्रों का आदान-प्रदान |
- इस दशक के दौरान संस्थान के प्रमुख शब्द अंतरराष्ट्रीयकरण और विकास हैं |
- पूर्णकालिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों को स्वीकार करने पर जोर देने के साथ छात्रों की संख्या में वृद्धि |
- संस्थान के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी विकास कार्यक्रमों को समायोजित करने के लिए परिसर में विस्तार |
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